Follow Us on Twitter

Zindgi

जिंदगी 
थोड़ी सी बीमार है यह जिंदगी 
घने कोहरे की दीवार है यह जिंदगी
और उसी दीवार के पार दिखता है एक हाथ,
एक हाथ जो खींचना चाहता है अपनी तरफ
दीवार के उस पर कोई दोस्त है या कोई शैतान 
इस को समझने का नाम है जिंदगी

जिंदगी
कुछ लोग कहते हैं बर्बाद है ये जिंदगी
उनके लिए तकिये के काम आने वाली किताब है यह जिंदगी 
और उसी किताब के पन्नों पर लिखी है वो पंक्तियाँ
वो पंक्तियाँ जो बताना चाहती है कुछ उन्हें
उन में क्या है भूत या आने वाला कल 
इसी किताब को पढने का नाम है जिंदगी

जिंदगी
कुछ के लिए कभी न पूरी होने वाली फ़रियाद है जिंदगी
हर समय किसी अजनबी से मुलाकात है जिंदगी
उसी अजनबी के होठों पे है वो शब्द 
वो शब्द जिन्हें सुनने की की थी फ़रियाद
या फिर गाली देना चाहते हैं वो हिलते होंठ
होठों को पढने की कला का नाम है जिंदगी

जिंदगी
हातिम का कुआँ, उड़ने वाली कालीन है जिंदगी
रांझे का प्यार, शेखचिल्ली का दिमाग  है ये जिंदगी 
चाचा चौधरी और चालक लोमड़ी की कहानी है जिंदगी
सोनपरी का जादू, मुंगेरीलाल के सपनो की दूकान है जिंदगी

कोहरे की दीवार, या अनखुली किताब नहीं
हर छोटी बात पे हसी की फुहार है जिंदगी
और जब गम में डूबा हो दिल
हंसी न आ पाए इन होठो पर
दिल के लिए माँ का दिया गया
हल्दी वाले दूध का गिलास है जिंदगी 

4 comments:

Jyotsna said...

ye tune khud likhi hai !!!!!!
awesome but senti too...

Anonymous said...

Damn good bhaalu :)
Loved it

AMAN BAHL said...

@didi : saturday night movie show me likhi hai
@didi & shanks : thanks

shaheen said...
This comment has been removed by the author.

Post a Comment

Please Tell how it is